
महतारी एक्सप्रेस का वाहन चालक नशे में महतारियों को ले जा रहा था धमतरी
घटना नगर पंचायत नगरी स्थित सिविल अस्पताल कि है जहाँ महतारी एक्स्प्रेस (102 ) वाहन क्रमांक CG 07 CP 0514 का चालक न केवल ऑन ड्यूटी नशे कि हालत में था बल्कि मरीजों एवं गर्भवती महिला जो उक्त वाहन से धमतरी रिफर किया गया था उनसे भी बदसलूकी कर रहा था, उक्त प्रकरण को देख वहाँ निजी कार्य से उपस्थित युवक ने हस्तछेप किया तब चालक सभी के सामने गाली गलौज करने लगा इसे देखकर अस्पताल कर्मचारियों ने भी उसे समझाइस दी पर वह उनसे भी बहस करने लगा। जब इसके बारे में अस्पताल के हेड बीएमओ को बताया गया तब पता लगा कि यह उनके अधीनस्थ नहीं आता एवं उक्त चालक की इसी प्रकार की कई और शिकायतें भी आ चुकी है जिसे समझाने के बावजूद वह बाज नहीं या रहा है। अब रहा सवाल जो गरीब व सामान्य वर्ग के लोग है जो अस्पताल से दूरस्थ क्षेत्रों में निवासरत है स्वास्थ्य बिगड़ने पर या जो गर्भवती महिलाओं को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सके जिससे आईएमआर दर में कमी आए वाहन की सुविधा महतारी एक्स्प्रेस सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन इन्ही असामाजिक तत्वों के कारण आखिरी व्यक्ति जो इस लाभ का अधिकारी है उस तक नहीं पहुँच पाती। उक्त चालक नशे कि हालत में था यदि किसी प्रकार कि दुर्घटना होती तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती? इसी प्रकार कि छोटी-छोटी लापरवाही बड़ी दुर्घटनाओ का कारण बनती है, जिसका जवाबदार भी कोई नहीं होता और लाल फीता शाही के हत्थे चढ़ जाता , यही छोटे लूपहोल ही कहीं न कहीं कारण है कि सामान्य वर्ग का व्यक्ति सिस्टम पर विश्वास नहीं करता और निजी संस्था का सहारा लेता है। इस पूरी दुर्घटना का वीडियो वायरल हुआ तब आम लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों के ऊपर में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए और और उच्च अधिकारियों को बीच-बीच में इन सब का निरीक्षण करते रहना चाहिए ताकि महतारियों को ले जा रहे वहां कहीं दुर्घटनाग्रस्त ना होनगरी..घटना नगर पंचायत नगरी स्थित सिविल अस्पताल कि है जहाँ महतारी एक्स्प्रेस (102 ) वाहन क्रमांक CG 07 CP 0514 का चालक न केवल ऑन ड्यूटी नशे कि हालत में था बल्कि मरीजों एवं गर्भवती महिला जो उक्त वाहन से धमतरी रिफर किया गया था उनसे भी बदसलूकी कर रहा था, उक्त प्रकरण को देख वहाँ निजी कार्य से उपस्थित युवक ने हस्तछेप किया तब चालक सभी के सामने गाली गलौज करने लगा इसे देखकर अस्पताल कर्मचारियों ने भी उसे समझाइस दी पर वह उनसे भी बहस करने लगा। जब इसके बारे में अस्पताल के हेड बीएमओ को बताया गया तब पता लगा कि यह उनके अधीनस्थ नहीं आता एवं उक्त चालक की इसी प्रकार की कई और शिकायतें भी आ चुकी है जिसे समझाने के बावजूद वह बाज नहीं या रहा है। अब रहा सवाल जो गरीब व सामान्य वर्ग के लोग है जो अस्पताल से दूरस्थ क्षेत्रों में निवासरत है स्वास्थ्य बिगड़ने पर या जो गर्भवती महिलाओं को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सके जिससे आईएमआर दर में कमी आए वाहन की सुविधा महतारी एक्स्प्रेस सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन इन्ही असामाजिक तत्वों के कारण आखिरी व्यक्ति जो इस लाभ का अधिकारी है उस तक नहीं पहुँच पाती। उक्त चालक नशे कि हालत में था यदि किसी प्रकार कि दुर्घटना होती तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती? इसी प्रकार कि छोटी-छोटी लापरवाही बड़ी दुर्घटनाओ का कारण बनती है, जिसका जवाबदार भी कोई नहीं होता और लाल फीता शाही के हत्थे चढ़ जाता , यही छोटे लूपहोल ही कहीं न कहीं कारण है कि सामान्य वर्ग का व्यक्ति सिस्टम पर विश्वास नहीं करता और निजी संस्था का सहारा लेता है। इस पूरी दुर्घटना का वीडियो वायरल हुआ तब आम लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों के ऊपर में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए और और उच्च अधिकारियों को बीच-बीच में इन सब का निरीक्षण करते रहना चाहिए ताकि महतारियों को ले जा रहे वहां कहीं दुर्घटनाग्रस्त ना हो